जयराम ठाकुर ने बलीचौकी में तिरंगा यात्रा से किया ‘हर घर तिरंगा अभियान’ का शुभारंभ
*हमारे दायित्व बनते हैं अपने राष्ट्र के लिए, अपने देश के लिए अपनी संस्कृति के लिए : जयराम ठाकुर*
*प्रदेश के 8000 बूथों पर चार लाख तिरंगा फहराएगी भाजपा*
मण्डी: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सिराज विधान सभा क्षेत्र के बाली चौकी में तिरंगा यात्रा निकाल कर ’हर घर तिरंगा अभियान’ की शुरुआत की। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। तिरंगा यात्रा के समापन समारोह के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए लाखों लोगों ने कुर्बानियां दी हैं। हमारे लिए आज भी लाखों सैनिक सरहद पर अपनी जान की बाज़ी लगाकर खड़े हैं। आज़ादी को पाने और उसे अक्षुण्ण रखने की बहुत बड़ी क़ीमत चुकाई है। अब भी हमारे दायित्व बनते हैं कि हम उनके प्रति अपना आदर और सम्मान करे। हम अपनी इस गौरवमयी परंपरा पर गर्व करें। अपने राष्ट्र,अपनी संस्कृति के प्रति हमारे भी कुछ कर्तव्य है। जिसके लिए हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश के आठ हजार बूथों पर भाजपा के चार लाख भारत के झंडे लगाएगी। देश में गणतंत्र दिवस या फिर स्वतंत्रता दिवस नजदीक आने लगता है तो देश और प्रदेश के नागरिकों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। प्रधानमंत्री के द्वारा 15 अगस्त 2024 को 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने की घोषणा की गई है। जिसके लिए हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में देश के सभी आयु वर्गके नागरिक शामिल होकर राष्ट्रीय ध्वज के प्रति अपना सम्मान प्रकट करते हुए देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले अमर बलिदानियों को नमन करते हैं।
*सराज के नौणा में नेता प्रतिपक्ष ने लगाया माँ के नाम पौधा*
पर्यावरण को हरा भरा बनाए रखने के लिए नेता प्रतिपक्ष ने सराज विधानसभा के नौणा गांव में "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के अंतर्गत पौधारोपण किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र के आह्वान पर पूरे देश में यह अभियान चल रहा है, जिसमें पूरे देश के लोग ज़ोर शोर से शामिल हो रहे हैं। इस पहल से पूरे देश में करोड़ों की संख्या में पौधे लगेंगे जो हमारे पर्यावरण के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। उन्होंने समस्त प्रदेश वासियों से कहा कि देवी-देवताओं की पुण्य धरा की हरियाली को बढ़ाने की दृष्टि से अधिक से अधिक पौधरोपण करें और उन पौधों की देखभाल भी करें।