जिला में कृषि पैदाबार बढ़ाने के लिए कारगार साबित हो रहीं भू संरक्षण विभाग की सिंचाई योजनाएं
-किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधाओं के लिए कुल्लू जिला में व्यय किए जा रहे 2 करोड़ 95 लाख
-बेहतर सिंचाई सुविधाएं बदल रही किसानों की तकदीर व तसबीर, सपने होने लगे साकार
कुल्लू। उपमंडलीय भू संरक्षण विभाग कुल्लू द्वारा जिला कुल्लू में किसानों के कल्याणार्थ विभिन्न प्रकार की सिंचाई योजनाएं चलाई गई हैं। उठाऊ सिंचाई योजना, जल से कृषि को बल योजना, बहाव सिंचाई योजना तथा सूक्ष्म सिंचाई योजना के माध्यम से एपिफसिएंट सिंचाई योजना जिला में किसानों की कृषि पैदाबार बढ़ाने के लिए कारगार साबित हो रही हैं। इन सिंचाई योजनाओं के तहत जिला में इस वर्ष 2 करोड़ 95 लाख रूपए की राशि व्यय की जा रही है। सिंचाई की बेहतर सुविधाएं मिलने से किसानों का कृषि की ओर रूझान बढ़ रहा है तथा उनके सपने भी साकार होने लगे हैं।
जिला में किसानों के लाभार्थ संचालित की जा रही सिंचाई योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए एसडीएससीओ कुल्लू मनोज गौतम ने बताया कि उठाऊ सिंचाई योजना के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए जिला में 37 लाख रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है। योजना के तहत अब तक जिला कुल्लू में व्यक्तिगत रूप से 12 जल संग्रहण टैंकों, 2 निम्न तथा 2 मध्यम उठाऊ सिंचाई योजनाओं का निर्माण कर लोगों को लाभान्वित किया गया है जबकि 7 और अन्य व्यक्तिगत जल संग्रहण टैंकों के निर्माण कार्य के साथ 1 कम तथा 2 मध्यम उठाऊ सिंचाई योजनाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है। निम्न तथा मध्यम उठाउ सिंचाई योजनाओं के लिए भी 50 प्रतिशत की सब्सिडी विभाग द्वारा किसान को प्रदान की जाती है। इसमें मध्यम उठाउ सिंचाई स्कीम के लिए 2 लाख रूपए तथा कम उठाऊ सिंचाई योजना के तहत अधिकतम 70 हजार रूपए की उपदान राशि का प्रावधान किया गया है।
इसी प्रकार बर्तमान वित वर्ष के लिए जिला में जल से कृषि को बल योजना के तहत 95 लाख रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है तथा इस योजना के तहत जिला में 18 आरसीसी सामुदायिक जल संग्रहण टैंकों का निर्माण कर लोगों को लाभान्वित किया गया है। योजना के तहत ऐसे 16 और टैंकों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसमें किसानों को शत प्रतिशत उपदान प्रदान किया जाता है। इससे सामुदायिक स्तर पर सिंचाई हेतु सुविधा मिलेगी जिससे किसान कृषि पैदाबार को बड़ा सकेंगे। इससे लोगों को किचन गार्डनिंग में भी मदद मिलेगी। लोग अपने घर के आस-पास बेकार पड़ी भूमि पर विभिन्न प्रकार के मौसमी फल-सब्जियां पैदा कर सकेंगे।
इसके अतिरिक्त वहाव सिंचाई योजना भी विभाग द्वारा शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत 80 लाख रूपए की राशि जिला में बजट के रूप में आवंटित की गई है। योजना के अंतर्गत विभाग द्वारा जिला में 12 योजनाओं को चिन्हित किया गया है जिसका कार्य प्रगति पर चला हुआ है। योजना के तहत कूहलों का निर्माण किया जाता है तथा इसमें भी शत प्रतिशत सब्सिडी किसानों को प्रदान की जाती है। इन योजनाओं के बनने से जिला में किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई करने की सुविधा प्राप्त होगी जिससे किसान फसलों की पैदाबार बढ़ाकर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकेंगे। काफी समय तक बारिश न होने अथवा सूखा जैसी स्थिति के चलते वहाव सिंचाई योजना किसानों के लिए काफी कारगर सिद्ध होती है। इसी प्रकार विभाग द्वारा सूक्ष्म सिंचाई योजना के माध्यम से एफिसिएंट सिंचाई योजना भी जिला में संचालित की गई है। इस माइक्रो सिंचाई योजना के अंतर्गत जिला कुल्लू में 87 लाभार्थियों को कवर किया गया है तथा 36 और लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इस योजना के तहत 83 लाख रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है। योजना के तहत किसानों को स्ंिप्रकलर के माध्यम से सिंचाई की सुविधा प्रदान की जाती है। इससे कम पानी का प्रयोग कर बेहतर ढंग से सिंचाई की जा सकती है। विभाग द्वारा व्यक्तिगत रूप से भी लोगों को 9 हजार लीटर की क्षमता के वर्षा जल संग्रहण टैंक के निर्माण के लिए 21 हजार रूपए, 20 हजार की क्षमता वाले टैंक के लिए 36 हजार रूपए तथा 50 हजार की क्षमता के टैंक निर्माण के लिए अधिकतम 70 हजार रूपए की सब्सिडी प्रदान की जाती है। किसान उपरोक्त योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रपत्र एसडीएससीओ कार्यालय कुल्लू के अतिरिक्त उपमंडल स्तर पर स्थित उनके कार्यालयों से भी प्राप्त कर सकते हैं।
निश्चित रूप से विभाग द्वारा जिला कुल्लू में किसानों के कल्याणार्थ संचालित की जा रही सिंचाई योजनाओं से किसानों की तसबीर तथा तकदीर बदलेगी। सिंचाई की बेहतर सुविधाएं मिलने से जहां उपज में वृद्धि होगी वहीं अनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी।