चंडीगढ़ - मिनिस्टरी ऑफ अर्बन डेवलपमेंट (एमओयूडी) ने जवाहर लाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन (जेएनएनयूआरएम) के तहत 400 नई बसें तो मंजूर कर दी और इनमें से करीब 120 बसें चंडीगढ़ को मिल भी गई है, लेकिन इन बसों के लिए अभी तक प्रशासन नए कंडक्टरों और ड्राईवरों की भर्ती ही नहीं कर पाया है। तीन बार टेंडर प्रोसेस बीच में छोडक़र दोबारा टेंडर करना पड़ा है।
दरअसल, जेएनयूआरआरएम की जितनी भी बसें आनी है उनको सिटी बस सर्विस सोसायटी के तहत चलाया जाएगा और इन बसों के लिए सारा स्टाफ अलग से ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को रिक्रूट करना है। लेकिन आउटसोर्सिंग के जरिए 230 कंडक्टर और 230 ड्राईवरों की भर्ती का रास्ता अभी तक साफ नहीं हो पाया है। सीटीयू डिपार्टमेंट ने अब 23 फरवरी को कांट्रेक्टर या एजेंसियों के साथ प्री बिड मीटिंग बुलाई है ताकि उनको समझाया जा सके कि टेंडर प्रोसेस को किस तरह से पूरा करना है।